उत्तर प्रदेश के ललितपुर में यूपी एमपी बॉर्डर स्थित हाईवे पर करीब आठ माह पूर्व हुए अंधे हत्याकांड का खुलासा

पुलिस ने ट्रक ड्राइवर की हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल, एक फरार और एक है जेल में

पुलिस ने लुटेरों के कब्जे से चोरी की बाइक के साथ मोबाइल व नगदी की बरामद

सात माह तक खुलासे को लेकर यूपी एमपी पुलिस में चलती रही रस्साकशी

हिमांशु सुडेले के साथ दशरथ कुशवाहा की रिपोर्ट
ललितपुर। यूपी एमपी बॉर्डर से सटे इलाके के सागर एनएच-44 पर करीब 8 माह पूर्व हुए ट्रक ड्राइवर के अंधे हत्याकांड का खुलासा जनपद कर दिया। खुलासा होने में देर इसलिए लगी कि करीब 7 माह तक यूपी-एमपी पुलिस आपस में ही यह तय नहीं कर पाई कि घटनास्थल कहां का है और इस मामले का खुलासा कौन करेगा। इसी रस्साकशी के बीच जनपद पुलिस को अंधे हत्याकांड के मामले में कुछ अहम सुराग हाथ लगे और उसने सुरागों के आधार पर पुलिस ने विवेचना जारी रखी तथा पुलिस के हाथ हत्यारों के गिरेबान तक पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस ने तमिलनाडु के ट्रक ड्राइवर की हत्या के आरोप में तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया और पुलिस अधीक्षक ने सदर कोतवाली में उक्त मामले का खुलासा किया, साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस हत्याकांड में जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है वह सदर कोतवाली क्षेत्र में ही रह कर अपना काम कर रहे थे और पुलिस को उनके बारे में कानो कान खबर नहीं थी। लेकिन ड्राइवर की हत्या के बाद लूटा गया उसका मोबाइल पुलिस के हाथ लग गया और मोबाइल के सहारे पुलिस हत्यारों के गिरेबान तक पहुंच गई। ट्रक ड्राइवर की हाईवे पर लूटपाट कर की गई हत्या का मामला गत 15 मई 2022 का है।

यह था मामला:- मिली जानकारी के अनुसार गत 15 मई 2022 को उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित अटा मालथौन टोल प्लाजा एवं अमझरा घाटी के बीच तमिलनाडु के ट्रक क्रमांक टीएन 52/एम 1023 के  तमिलनाडु निवासी ड्राइवर मगराजन की गाड़ी को 4 बदमाशों ने बाइक से पीछा कर हाईवे पर ही रोक लिया था, और ड्राइवर और उसके साथी कथावरायन निवासी तमिलनाडु के साथ जमकर मारपीट की थी। इसके साथ ही ट्रक ड्राइवर का मोबाइल के साथ करीब 6000 रुपये लूटकर उन्हें  मरणासन्न हालत में छोड़कर वहां से रफूचक्कर हो गए थे। जिसके बाद वहां से निकल रहे वाहनों को रोककर क्लीनर में ड्राइवर को पुलिस की मदद से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद गाड़ी का क्लीनर कथावरायन मामला पंजीकृत करवाने के लिए यूपी से एमपी और एमपी से यूपी भटकता रहा। लेकिन घटनास्थल चिन्हित ना हो पाने के कारण वह दोनों ही प्रदेशों की पुलिस के बीच चकरघिन्नी बना रहा। जिसके बाद ड्राइवर की मौत जिला अस्पताल में होने के बाद सदर कोतवाली पुलिस ने क्लीनर द्वारा दी गई तहरीर 12 जून 2022 पर उक्त मामले को धारा 302 394 के तहत मामला पंजीकृत कर लिया था।

विवेचना के लिए आपस में उलझती रही यूपी-एमपी पुलिस:- गत 12 जून 2022 को क्लीनर की तहरीर पर पुलिस ने मामला तो पंजीकृत कर लिया था, लेकिन वक्त मामले को लेकर एक बार फिर घटनास्थल को लेकर यूपी एमपी पुलिस में मतभेद उत्पन्न हो गया। जिसके बाद जनपद पुलिस ने उक्त मामले को जनपद सागर एमपी पुलिस को ट्रांसफर कर दिया । लेकिन उसके बाद एमपी पुलिस ने भी यह कह कर उक्त मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया कि ड्राइवर की मौत उत्तर प्रदेश इलाके में हुई थी, इसलिए इस मामले की विवेचना ललितपुर पुलिस करेगी। करीब 5 महीना तक यही पत्राचार चलता रहा और मामले की विवेचना यूपी एमपी के बीच क्रिकेट की गेंद की तरह इधर-उधर उछलती रही।

अहम सुराग हाथ लगने के बाद पुलिस के हाथ पहुंचे गिरवां तक:– ट्रक ड्राइवर के अंधे हत्याकांड की गेंद  जब यूपी-एमपी पुलिस के बीच उछल रही थी, तभी जनपद पुलिस को इस हत्याकांड से जुड़े कुछ अहम सुराग हाथ लगे। जांच पड़ताल के दौरान सदर कोतवाली पुलिस को मृतक ट्रक ड्राइवर का मोबाइल हाथ लग गया, जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल के माध्यम से तीनों आरोपियों को सदर कोतवाली क्षेत्र से धर दबोचा। जबकि एक आरोपी फरार बताया जा रहा है। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने एकता हत्याकांड में शामिल शातिर बदमाश थाना जखौरा क्षेत्र के ग्राम मुहारा निवासी 25 वर्षीय दीपक पुरोहित उर्फ राजा पंडित पुत्र मुकुट बिहारी, सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कल्याणपुरा निवासी 22 वर्षीय नरेंद्र विश्वकर्मा उर्फ नीलू पुत्र रामनारायण विश्वकर्मा और मोहल्ला तालाबपुरा निवासी 25 वर्षीय शिवम परिहार पुत्र पूरन परिहार को पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत सागर हाईवे पर स्थित बांध के पूंछा से गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक चोरी की अपाचे मोटरसाइकिल भी बरामद की, साथ ही 315 बोर का तमंचा और जिंदा कारतूस भी बरामद किए। इसके साथ ही एक आरोपी फरार बताया गया है एवं एक आरोपी फिलहाल किसी मामले में जेल में निरुद्ध चल रहा है।

एसपी ने किया मामले का खुलासा:- उक्त मामले का खुलासा करते हुए  पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार एवं क्षेत्राधिकारी अभय नारायण के साथ मामले का खुलासा किया । एसपी ने बताया कि इस अंधे हत्याकांड में जनपद पुलिस ने बहुत मेहनत की और इसका सफल अनावरण किया। इसके साथ ही पुलिस ने 3 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया एवं हत्याकांड में शामिल एक शातिर बदमाश फरार बताया गया है, जिसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों शातिर बदमाशों का आपराधिक इतिहास भी है । जिनमें से दीपक पुरोहित पर 8 आपराधिक मामले पंजीकृत हैं तो वहीं नरेंद्र विश्वकर्मा पर 4 आपराधिक मामले पंजीकृत हैं एवं शिवम परिहार पर एक आपराधिक मामला पंजीकृत है। अंधा अंधी हत्याकांड में शामिल एक शातिर बदमाश अभी फरार है जिसकी पुलिस ने जल्द गिरफ्तारी का दावा किया है और एक आरोपी किसी मामले में जेल में निरूद्ध है जिसका वारंट लेकर पुलिस उसके खिलाफ भी कार्यवाही करेगी।

आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम:– अंधे हत्याकांड के मामले का खुलासा करने एवं शातिर अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह उप निरीक्षक अजय कुमार हेड कांस्टेबल आदर्श तिवारी कांस्टेबल गणेश एवं रफीक शामिल रहे।

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