आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सभी सरकारी विभागो के साथ मिलकर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य कर रहा है-एडीएम

ललितपुर में आपदा से बचाव हेतु कार्यशाला का शुभारंभ

बज्रपात सुरक्षा के सम्बंध में दी गई विस्तार से जानकारी

आपदा की दृष्टि से ललितपुर संवेदनशील क्षेत्र, सतर्कता ही बचाव है

जिला प्रशासन के लिए आपदा प्रबंधन हमेशा से ही एक महत्वपूर्ण बिंदु रहा है

हिमांशु सुडेले के साथ अभिषेक बुन्देला की रिपोर्ट

ललितपुर। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं टाइम्स सेंटर फॉर लर्निंग लिमिटेड-टाइम्सप्रो’ के संयुक्त तत्वाधान मे एक दिवसीय वज्रपात सुरक्षा एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कल्याण सिंह सभागार ऑडिटोरियम में किया गया।
कार्यशाला में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और टाइम्स सेंटर फॉर लर्निंग लिमिटेड ने बिजली गिरने से होने वाली मौतों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है। ललितपुर जिले के कल्याण सिंह सभागार मे वज्रपात सुरक्षा कार्यक्रम जागरूकता के दूसरे चरण की एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी कमलाकांत पांडेय, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री अंकुर श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 इम्तियाज़ अहमद एवं क्षेत्राधिकारी सदर श्री अभय नारायण राय की उपस्थिति मे किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम मे उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी कमलाकांत पांडे ने बताया कि ललितपुर जिला प्रशासन के लिए आपदा प्रबंधन हमेशा से ही एक महत्वपूर्ण बिंदु रहा है क्योंकि यह जनपद वज्रपात एवं अन्य देवीय आपदाओ के दृष्टि मे अत्यंत संवेदनशील है। जनपद मे होने वाली वज्रपात की घटनाओ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों में सही जानकारी के आभाव में होने वाली मौतों को नहीं रोका जा सका। उन्होने सभी प्रतिभागियो से यह अपेक्षा की कि सभी प्रतिभागी अपने अपने क्षेत्रो मे जाकर जो भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे सीखेंगे अपने- अपने विभागो मे उसे आगे बढ़ाएँगे। उन्होने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और टाइम्सो को इस परियोजना को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपर जिलाधिकारी वि/रा एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंकुर श्रीवास्तव ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन की योजनाओ और उनमे आपदा प्रबंधन की भूमिका को विस्तार पूर्वक बताया। उन्होने कहा कि यह योजना तभी सफल हो सकती है जब इसमे जन भागीदारी का समावेश हो और यही इस योजना का उद्देश्य भी है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सभी सरकारी विभागो के साथ मिलकर आपदा प्रबंधन के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य कर रहा है और यह परियोजना उसी प्रयास का हिस्सा है।
कार्यक्रम मे उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अम्तियाज़ अहमद ने कहा कि यह परियोजना वज्रपात से होने वाली जन हानि को रोकने में अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग कि तरफ से कार्यक्रम को सफल बनाने का भरोसा दिया।
क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय ने बताया कि वज्रपात कि घटनाओ मे ज्यादातर लोगों की जान सही जानकारी न होने की वजह से चली जाती है। उन्होंने वज्रपात संभावित क्षेत्रों मे जन जागरूकता अभियान के साथ साथ वज्रपात के बारे सटीक पूर्वानुमान को जन जन तक पहुचाने पर बल दिया।
कार्यक्रम को जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश ने बताया कि विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों की भूमिका किसी भी आपदा के न्यूनीकरण मे सबसे महत्वपूर्ण होती है।
आपदा विशेषज्ञ आरती सिंह ने बताया कि इस जागरूकता अभियान का विधिवत शुभारंभ दिनांक 5 सितंबर को इसी सभागार मे उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल आर पी साही एवं जिलाधिकारी श्री अक्षय त्रिपाठी द्वारा किया जाएगा। जागरूकता अभियान कार्यक्रम में कार्यदायी संस्था टाइम्सप्रो से प्रोजेक्ट हेड ब्रिजेश मिश्रा एवं प्रोजेक्ट मैनेजर कृष्ण तिवारी उपस्थित रहे। टाइम्सप्रो के मुख्य वित्त अधिकारी और अध्यक्ष-इंटरप्राइज और स्किलिंग, अरुन काबरा ने संदेश के माध्यम से बताया कि प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र और ललितपुर जिलों में बिजली गिरने से होने वाली मौतों की संख्या सबसे अधिक है। जिला स्तरीय प्रशिक्षण के बाद परियोजना के तहत ब्लॉक स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
दूसरे चरण के अंतर्गत ललितपुर, प्रयागराज और मिर्ज़ापुर में 85000 से अधिक ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण सत्र होंगे।
टाइम्स सेंटर फॉर लर्निंग लिमिटेड के प्रोजेक्ट हेड बृजेश कुमार मिश्र ने बताया कि सामान्यतः लोग बिजली के खंभे के आसपास खड़े हो जाते हैं, यहां भी खतरे की संभावना ज्यादा रहती है। उन्होंने कहा है कि लोगों को यह समझाया जा रहा है कि आकाशीय बिजली आने पर पक्की छतों के नीचे चले जाएं। जहां पर खतरा सबसे कम होगा।
प्रशिक्षक सुरेश पांडे ने आपदा प्रबंधन, राज्य एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों की भूमिका एवं अन्य आपदाओ के रोकथाम एवं बचाव के उपायों के बारे मे विस्तार से बताया। कार्यक्रम में सीडीओ कमलाकांत पाण्डेय, एडीएम एफआर अंकुर श्रीवास्तव, सीएमओ डॉ0 इम्तियाज अहमद, डीआईओएस ओपी सिंह, सीओ सिटी अभयनारायण राय, रोजगार सहायता अधिकारी आकांक्षा यादव, सीडीपीओ खुशबू यादव, प्रोजेक्ट हेड बृजेश कुमार मिश्र, प्रशिक्षक सुरेश पांडे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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