चेहल्लुम : फिज़ा में गूंजी या हक या हुसैन की सदाएं

ललितपुर में हुसैनी सदाओं में निकला चेहल्लुम का जुलूस

हिमांशु सुडेले के साथ अभिषेक बुन्देला की रिपोर्ट

ललितपुर । उत्तर प्रदेश के ललितपुर में सजी ताजियों व बुरोकों की मिशिल, फातिहा पढ़ माँगी मुरादें। ललितपुर जनपद में गुरुवार की शाम का समय व जुवाँ पर या हुसैन की सदाए। गम में डूबे इमाम हुसैन की चाहने वाले। हर ओर जिक्र-ए-शहादत। शहर की तंग गलियों से करबला तक बुलन्द होती या हुसैन की सदाए। हर आँखें नम हर चेहरे पर इमाम हुसैन का गम कुछ ऐसा था हजरत इमाम हुसैन के चालीसवें (चेहल्लुम) पर निकले जुलूस का नजारा अजादारों ने मातम कर खिराजे अकीदत पेश की। हल्के ठण्डे मौसम में सीनीजनी करते हुए अजादार करबला पहुंचे। इस दौरान जगह-जगह मातम किए गए और ताजियों व बुरोकों की मिशिल सजाई गई। यहाँ पहुचे जायरीनों ने ताजियों के पास फातिहा पढ़ी व मुरादें माँगी। सड़क के दोनों ओर खड़े सैकड़ों लोग नम आँखों से की जियारत पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहो अलैह वसल्लम के नवासे शहीद-ए-आजम हजरत इमाम हुसैन की शहादत में चेहल्लुम (चालीसव) शिद्दत के साथ मनाया गया। चेहल्लुम पर शहर में ताजियों का जुलूस निकाला गया। जुलूस में गली-मोहल्लों से छोटे बड़े तकरीबन एक दर्जन से अधिक ताजिए शामिल हुए। इस दौरान घण्टाघर पर ताजियों की मिशिल सजाई गई घटाघर पर पहुंचने पर
नदीपुरा, मसीतपुरा, गल्ला मंडी कालोनी के ताजिया व बुकिं शामिल हुई यहाँ ताजियों की जियारत के लिए शहर समेत आसपास क्षेत्रों के लोग शामिल हुए। सभी सड़क के दोनों तरफ कतारबद्ध खड़े हो ताजियों को नम आँखों से देख मातमी धुनों के साथ जियारत कर रहे थे। जुलूस अकीदत और एहतराम के साथ डोंढ़ाघाट स्थित करबला पहुंचा। जहाँ हुसैन के चाहने वालों ने नम आँखों से गमगीन माहौल में ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान शहादतनामे मर्सिए के दौर चलते रहे। जहाँ गमगीन माहौल में ताजियों को दफन किया गया। इससे पू र्व शहर में कई जगह जिक्र-ए-शहादत में चेहल्लुम की जानकारी दी गई। घर- घर में जरदा व खिचड़े पर फातिहा दिलाकर सबको खिलाया गया। इस मौके पर प्रमुख रूप से ताजिया कमिटि के सदर रमज़ानी दादा, कोषाध्यक्ष अज्जू बाबा, मीडिया प्रभारी जावेद अली, अय्यूब अली, सादिक अली, रफीक अली, रज्जब अली मौसम अली, हैदर अली, सलीम अली, अरिस अली, वारिस अली, जावेद अली पत्रकार के अलावा अन्य मौजूद रहे।

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